सिर कटा फिर भी लड़ा | रावले बन्ना




 खम्मा घनी 🙏

जय मां भवानी

वीडियो देखने के लिए आपका खूब खूब आभार 🙏

आप सभी से सविनय निवेदन है कि हमारे द्वारा अगर कुछ असत्य उक्ति की जाती है तो आप हम क्षमा चाहते है आपके छोटे भाई समझ कर क्षमा करना 

ओर सुधार करने के लिए instagram या comment section मै feedback जरूर देना




#Rawlebanna #khinchisahab #Kshatriya #Culturalvoice



Writen by:- Rawle banna


Edited by:- Rawle banna

 

Channal :- CULTURAL Voice


Voice:- khichi sahab 


Topic:- Rajputana


क्षत्रिय धर्म युगे युगे 🚩

वीर भोग्य वसुंधरा 🚩

जय श्री राम


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सिर कटा फिर भी लड़ा था वो ,

  मातृभूमि के लिए हर घाव सहता था , वो

  उसके जितनी सहनशीलता विष्व में ना मिले , ऐसा था , वो

  हस कर सिर कटा लेता वो , मगर सर जुकाना मंजूर नही था , ऐसा था , वो

  विष्व में ऐसी कोई शक्ति नही थी , ऐसा कोई शक्तिशाली नही था , जो उसपे राज कर सके , उसको किसी न किसी चाह में अपनों के कारण ही नीचे दबना पढ़ा


फिर भी हजारो साल से लेकर अब तक कोई उसे न मिटा सका , ऐसा था वो 


ऐसा कोई लक्ष्य नही जो उसने ना भेदा हो ,

विष्व में ऐसी कोई जगह नही जहा वो राज ना कर सके,

फिर भी अपनी सरहदों को चुना ,

उसके जैसा दानवीर  ना कोई इस धरा पर ,

उसके जैसा वीर - वचनी ना कोई इस धरा पर

महादेव जैसा ह्रदय उसका ,

काल भैरव जैसा क्रोध ,

प्रजा के लिए एश्यो आराम का त्याग करे  ,ऐसा था वो ,


उसकी गौरव गाथा अनन्त आपार है ,

उस - से ही ग्रन्थ सारे , उस से ही धर्म सारा 

उसपे जितना लिखू वो कम है , क्यो की वो वह सुनहरा पानी है , जो कभी एक जगह स्थीर हो ही नही सकता , 

ऐसा वो क्षत्रिय है , ऐसा वो क्षत्रिय है ,

जय माँ भवानी


     Writer:- रावले बन्ना

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