ठिकाना रनारा इतिहास खिंची राजपूत
ठिकाना रनारा के सम्पूर्ण इतिहास की जानकारी को जानने से पूर्व हमे रनारा से जुड़ी हर कड़ियों का अध्ययन करना होगा !!
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"रनारा कहां स्थित है"
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचिपुर तहसील के छापीहेड़ा शहर से 4km दूर स्थित रनारा गांव हैं,
’जिसमे दांगी ( डांगी) लोग पहले से निवास करते थे जिन्हे दांगी पटेल से जाना जाता था जानकारी के अभाव में कुछ गलत तथ्य पेश करना ठीक नहीं होगा लेकिन जेसे ही तथ्य सामने आते है मैं आपके समक्ष जरुर पेश करूंगा इससे पूर्व आप इसका अध्यन जरूर करे,राजतंत्र रियासत कालीन समय में राजपुतो की यहा जागिरी थी’ जहां खींची राजाओं ने नींव रखी ।
इतिहास पर गौर फरमाए तो हम सीधे गड़ गागरोन की ओर पहुंचते है गड़ गागरोन का इतिहास दूसरे ब्लोग में दिया गया है वहा जाकर आप जरुर देखे गड़ गागरोन से खींची राजाओं ने अपनी रियासत खिलचिपुर को अपनी राजधानी बनाया खिलचीपुर की नींव महाराजा उग्रसेन जी ने 1544 में रखी और ओर किले का निर्माण करवाया समयानुसार रियासतकालीन राजाओं ने किले को आकर्षित बनाया खिलचीपुर के इतिहास के लिऐ भी नया ब्लॉग जल्द पोस्ट किया जाएगा ।
हम ठिकाना रनारा के इतिहास की ओर नजर डाले तो,
रनारा में रियासत पहले से थी और संवत् 1654 (सन:–1597) में खिलचिपुर से महाराजा किशन सिंह जी पधारे जिसके कारण आज रनारा के खीची राजपूतो को कृष्णावत खींची के नाम से जाना जाता है इन्हें महाराजा की उपाधि दी गई है आज भी यह रहने वाले खींची राजपूतों को महाराजा की उपाधि दी गई है, खींची राजपूतों की एक गोत्र है जो कि अग्निवांशी चौहान कि एक शाका के अंतर्गत आती है जिसके अनुसार चौहान राजवंश की कुलदेवी मां आशापुरा है जो राजस्थान के पाली जिले के नाडोल मैं स्थित है, यही इनकी सती माता और भेरूजी है
और
खिंची राजवंश की पुस्तक "खींची री वाणिरिका"
ललित जी शर्मा द्वारा रचित है उसके अनुसार खींची राजवंश की कुलदेवी मां राता देवी है जो असनावर (राजस्थान) के पास बाडिया में स्थिति है, इनके भेरूजी महाराज मऊ (राजस्थान) में स्थिति है मऊ के लिए भी एक अलग पोस्ट की जाएगी
रनारा में भी खिंची के पूर्वज है जहा गांव के सभी लोग इन्हें मानते है
आज बरगद के नीचे कवर जी महराज और सबल सिंह जी विराजमान है
रावले के बाहर इनके पोलिया महाराज विराजमान हैं
रनारा गांव जो जगीरी के रूप में जाना जाता हैं
वहा रनारा से 12 ठीकाना रनारा जागीरी में आते हैं
जो निम्न दिए गए है (*आज यहां खींची राजपुत नहीं है)
RANARA
🔽
ढाबली
सेदरा
कालाकुंडल*
खोखेड़ा
पिपल्या
देहरा
कानडखेड़ी
समेली
कोटड़ा*
डाबला
सतनखेड़ी
सेदरी*
Source:- MAHARAJA BALUSINGH JI KHICHI
WRITER:- BHANWAR MAHENDRAPAL SINGH KHICHI
Blogspot :- RAWLE BANNA
12 गांवों में खींची राजपूत रनारा से पधारे
आज भी खींची राजपूत रनारा में निवास करते है,
और प्रयुक्त गांवों में (* इन्हे छोड़कर) राजपुत निवास करते है!
ये Blog research or source ke बाद आप सभी के सामने पेश किया है
आपकों ये blog कैसा लगा comment box में जरुर बताना अगला topic क्या होना चाइए ये भी बताना
"धन्यवाद"
🙏
Jay mata di
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