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Showing posts from July, 2022

योद्धा के शब्द अंतिम ~ RAWLE BANNA

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है शब्द मेरे अंतिम , क्या चल पाओगे पुरखो के पद चरणों पर , में जा रहा हु शाखा करने को , केसरिया भाना पहनकर , क्षत्राणी सजा रही जोहर की चिताओ को , उदर अग्नि देव स्वयं कांप रहे सतियो के सतीत्व से , , क्या है क्षत्राणी , कैसे सतीत्व है इनका ?  कभी शीश अपना उतार देती ,  कभी दुश्मनो पर काल बन मंडराती है , कभी जोहर करती  सतीत्व पर  कभी यमराज को बटकाती है , कभी धरा को दो हिस्सों में बाट देती है , क्षत्राणी के मुख से जो निकले स्वर वह धर्म बनजाता है , भृत वंश की धरा पर क्षत्रियो सा बलवान व  विरवचनी कहा , इतिहास लिखा खून से क्षत्रियो ने , कहानियों में कैद नही , कभी काली का खप्पड भरे तो , कभी बिना शीश रन खेत लड़े , क्षत्रिय नक्षत्रो को भेद कर  भगवान को चुनोती देते है , स्वर्ग जिसके आने की राह स्वयं देखता है ,  उनकी क्या परशंसा करू वो स्वयं देवता है , वचन के खातिर शीश कताये , वचन के खातिर कभी वनवास भटक जाए , सनातन धर्म की रक्षार्थ में स्वयं पर कभी गद्दारी का दाग लगवाए , मान , प्रताप , दिल्ली के चौहान , विक्रमादित्य परमार सा बन पाओगे , इनके पद चरणों पर चल...

निराश ~ Rawle Banna

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----------- में निराश हु अपने धर्म पर , अपने कर्तव्य पर , शौर्यवान क्षत्रियो ने अपनी गर्दने कट वादी , अपने कर्तव्यों व धर्म पर अड़िग रहने के लिए , में निराश है अपने सामर्थ्य पर , की पुरखो का खून मेंरी धमनियों में दौड़ रहा है , फिर भी उनके पद चरणों पर , चलने से कतरा रहा हु , मेरे पुरखो ने वर्णशंकलता के चलते परम्परा का निर्माण किया , और में उसको तोड़ ते जा रहा हु ,  में निराश हु क्यो की धर्म पर अड़िग नही रह पा रहा हु , ? ~ रावले बन्ना ---------------------------------- FOLLOW ~ @rawlebanna_ ★彡[ɴᴏᴛᴇ 👉 ᴋᴇᴇᴘ - ꜱʜᴇʀᴇ- ᴛᴀɢ - ꜱᴛᴏʀʏ- ᴍᴇɴᴛɪᴏɴ]彡★ @rawlebanna_ #rawlebanna_ #kshatriya_warriors__ #rajput #banna #thakur #rajputana #kshatriya #history #baisa #kshatrani #kunwersa #warriors  #mp #rajputmp #madhyapardesh

Kshatriya

  https://drive.google.com/file/d/10Af3bPtB2zMTFX6CRcQtKtJIMMvsi34B/view?usp=drivesdk

क्षत्रिय पथ

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वक्त रहते संभल लीजिये हुकुम ,  क्षात्र: धर्म के संस्कारों की बात है , रावले - रजवाड़े चले गए ,  इतिहास को ना जाने दीजिए , बहुत बन लिए ठाकुर - कुंवर ,  अब कर्तव्यनिष्ठ बन इतिहास को भी बचाइए , सम्माननीय कॉम का सम्मान न जाने दे ,  क्षात्र: धर्म की डोर थामे रखिये , रक्त से बनाया इतिहास पूर्वजो ने ,  उस मार्ग पर अब चल भी लीजिये , क्षत्रिय धर्म मे हम सर कटने पर भी लड़ते थे ,  आज शक्ति क्या संस्कार को ही भूल बैठे हो , कर्म है पुरखो के महान ,  गौरवशाली इतिहास का हमे दान दिया, संस्कारो की बंदिशों को जेल ना समजो , परम्पराओ का पालन करो , आपका क्षत्रित्व ही आपको महान दर्शाता है ,  अपने क्षत्रित्व का ना त्याग करो .. पुरखों के पद चरणों पर चल जाओ , जय भवानी ✍️ रावले बन्ना -------------------------//