क्षत्रिय पथ


वक्त रहते संभल लीजिये हुकुम , 
क्षात्र: धर्म के संस्कारों की बात है ,
रावले - रजवाड़े चले गए , 
इतिहास को ना जाने दीजिए ,
बहुत बन लिए ठाकुर - कुंवर , 
अब कर्तव्यनिष्ठ बन इतिहास को भी बचाइए ,
सम्माननीय कॉम का सम्मान न जाने दे , 
क्षात्र: धर्म की डोर थामे रखिये ,
रक्त से बनाया इतिहास पूर्वजो ने , 
उस मार्ग पर अब चल भी लीजिये ,
क्षत्रिय धर्म मे हम सर कटने पर भी लड़ते थे , 
आज शक्ति क्या संस्कार को ही भूल बैठे हो ,
कर्म है पुरखो के महान , 
गौरवशाली इतिहास का हमे दान दिया,
संस्कारो की बंदिशों को जेल ना समजो ,
परम्पराओ का पालन करो ,
आपका क्षत्रित्व ही आपको महान दर्शाता है , 
अपने क्षत्रित्व का ना त्याग करो ..
पुरखों के पद चरणों पर चल जाओ ,
जय भवानी

✍️ रावले बन्ना
-------------------------//

Comments

Popular posts from this blog

ठिकाना रनारा इतिहास खिंची राजपूत